गर्व से कहो हम हिन्दू हैं |
गर्व से कहो हम हिन्दू हैं.... ! हिन्दू समाज में जब जब भी धर्म आधारित मुद्दों पर चर्चा होती है , सामान्यतः लोग दो श्रेणियों में बंट जाते हैं एक अज्ञानी मानवतावादी दूसरा कट्टर हिन्दू !! मैंने पहली श्रेणी के बंधू के लिए “अज्ञानी” इसलिए लगाया क्योंकि हिन्दू होना और मानवतावादी होना अपने आप में पर्यायवाची हैं नाकि विरोधाभासी , पर चूंकि बचपन से ही हमारी वामपंथी शिक्षा व्यवस्था से ये सिखाया जाता है की पहले इंसान बनो धार्मिक नहीं ,इसलिए ऐसे लोगों के मन में धर्म के प्रति एक भय मिश्रित छवि निर्मित हो चुकी होती है , धार्मिक होना कोई गुनाह सा लगने लगता है , वो भी बिना अपने धर्म को पढ़े और समझे !! मैंने दूसरी श्रेणी के व्यक्ति के साथ कट्टर इसलिए लगाया क्योंकि धर्म पर श्रद्धा रखने वालों को दुनिया ऐसा ही मानना चाहती है और दुनिया ऐसा मानना चाहती है तो हम उन्हें कैसे रोक सकते हैं ,क्योंकि इतिहास गवाह है की ज्यादातर धर्मों में जब जब श्रद्धा अंध श्रद्धा में बदली , तब तब रक्तपात हुआ है और आज भी हो रहा है , इसलिए हमारे हजारों सालों के इतिहास और शासन के बूते हम ये जरूर सिद्ध कर सकते हैं की एक कट्टर हि...